Hindi Essay, Story on “Aap Dube To Jag Dube”, “आप डूबे तो जग डूबा” Hindi Kahavat for Class 6, 7, 8, 9, 10 and Class 12 Students.

आप डूबे तो जग डूबा

Aap Dube To Jag Dube

एक आदमी नदी में नहाते-नहाते गहरे उतर गया। वह तैरना न जानने के कारण पानी में डूबने लगा। चिल्लाया, “अरे, मुझे निकालो, नहीं तो जग डूबा।” पुकार सुनकर एक तैराक आगे बढ़ा और उसे बचा लाया। डूबनेवाले के होश ठिकान होने पर लोगों ने उससे पूछा, तुम जो यह चिल्लाते हो कि ‘मुझे निकाला, नहीं तो जग डूबा।’ इसका क्या मतलब था? तुम्हारे एक के डूबने से जग कैसे डूब जाता? उसने जवाब दिया, “दोस्तो, सोचिए, मैं डूब जाता तो मेरे लिए तो सब डूब गया था न?” कहा ही है कि “आपबा तो जग बा।”

इस कहावत के दूसरे रूप :

“आप मुए तो जग मुआ।”

“आप मुर्दा जहान मुर्दा।”

पंजाबी रूप :

आप मुए तो जग परलो (प्रलय)

एक कवि ने कहा है:

यों भी कोई देता है अपनी जान प्यारे।

सब समझते हैं-“जान है तो जहान है।”

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