Tag: Hindi Speech
वृक्ष : हमारे जीवन के आधार Vriksh-Hamare Jeevan ka Adhar क्या आपने कभी कल्पना की है कि यदि धरती पर वृक्ष न हों, तो क्या होगा? ऐसी कल्पना कर …
हम और हमारे त्योहार Hum aur Hamare Tyohar भारत त्योहारों का देश है। यहाँ प्रत्येक माह कोई-न-कोई त्योहार अवश्य मनाया जाता है। त्योहार अपने संग उमंग और खुशियाँ लेकर …
जब मैं घर पर अकेला था Jab mein Ghar par Akela tha शनिवार की शाम थी। मेरे माता-पिता को किसी बीमार संबंधी को देखने के लिए अस्पताल जाना था। …
संतुलित-भोजन Santulit-Bhojan किसी ने ठीक ही कहा है-स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। यदि हम सेहतमंद भोजन करेंगे, तो हमारा शरीर व मस्तिष्क दोनों ही …
कंप्यूटर की उपयोगिता वर्तमान युग : विज्ञान का युग-विज्ञान के इस युग में मानव के लिए कुछ भी असंभव नहीं रह गया है। अपनी प्रतिभा, योग्यता तथा बुद्धि के …
मेरा देश-भारतवर्ष (My Country—India) “हाँ वृद्ध भारतवर्ष ही संसार का सिरमौर है ऐसा पुरातन देश भी क्या विश्व में कोई और है? भूमिका-पृथ्वी पर स्वर्ग, ऋषियों-मुनियों की भूमि, शकुंतला …
मेरा पड़ोसी (आदर्श पड़ोसी) (Ideal Neighbour) भूमिका-मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज में मनुष्य अकेला नहीं रह सकता। जीवन के प्रत्येक क्रिया-कलाप में मनुष्य को साथी और सहारे की …
पिकनिक का एक दिन (A Picnic Day) सैर कर दुनिया की गाफिल जिंदगानी फिर कहाँ जिंदगी गर रही तो नौजवानी फिर कहाँ? भूमिका-मनुष्य जीवन में मनोरंजन का विशेष महत्त्व …
दिल्ली की सैर (Visit to Delhi) “दिल्ली है दिल हिंदुस्तान का ये तो तीरथ है सारे जहान का।” भूमिका-दिल्ली, भारत की राजधानी दिल्ली, जिसके वक्ष-स्थल पर गगनचुंबी अट्टालिकाएँ …
बाल-दिवस (Children’s Day) भूमिका-बच्चे राष्ट्र का धन हैं। आज का बच्चा कल राष्ट्र का नेता होगा। इन्हीं बच्चों को। महापुरुषों के आदर्शों पर चलाने के लिए बाल-दिवस प्रति वर्ष …