Hindi Essay on “Diwali Mela”, “दीवाली मेला”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

दीवाली मेला

Diwali Mela

 

मैं हर साल अपने माता-पिता के साथ दीवाली मेला देखने जाता हूँ। यह मेला हमारे घर के पास एक पार्क में लगता है।

दीवाली से एक सप्ताह पहले यह मेला दो दिन तक लगता है। इसमें कोई प्रवेश टिकट नहीं लगता। यहाँ आस-पास के लोग इकट्ठा होकर खूब मजे करते हैं।

रंग-बिरंगी झंडियों से सजा मेला, स्टाल और झूलों से भरा रहता। है। यहाँ खेलों के स्टाल होते हैं, इन पर जीतनेवालों के लिए खूब बढ़िया इनाम भी होते हैं।

चाट-पकौड़ी, चुस्की, नूडल्स व अन्य कई खाने की वस्तुओं के स्टाल होते हैं। यहाँ खरीदारी के लिए मोमबत्तियों, दीपों और सजावट के सामान के स्टाल भी होते हैं।

बच्चों को जादू का खेल और झूले सबसे अधिक लुभाते हैं। मुझे हर साल यहाँ आना बहुत अच्छा लगता है।

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