Hindi Essay on “Telephone”, “टेलीफोन”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

टेलीफोन

Telephone

निबंध नंबर :- 01

ग्राहम बैल की भेंट टेलीफोन आज हमारे जीवन का अभिन्न अंग है।

टेलीफोन की यात्रा शुरु हुई थी बड़े शहरों से, फिर धीरे-धीरे दो शहरों के बीच टेलीफोन लाइन फैलाई गई। बढ़ते-बढ़ते आज देश के सभी छोटे-बड़े गाँव और शहर टेलीफोन के द्वारा एक सूत्र में बंध गए। हैं। यही नहीं विश्वभर में बात करना आज सरल और सस्ता हो गया है।

नवयुग की एक और भेंट है मोबाइल। इस चमत्कार से आप किसी को भी घर, बाजार या चलती बस में ढूँढ सकते हैं। मोबाइल की उपयोगिता और कम-से-कम शुल्क ने इसे जन सामान्य तक पहुँचा दिया है।

टेलीफोन के द्वारा ही इंटरनेट भी संभव हो पाया है। इससे दुनियाभर की सूचनाएँ ज्ञान-विज्ञान आदि घर बैठे ही पाया जा सकता है।

टेलीफोन की उपयोगिता के साथ-साथ बुराइयाँ भी हैं। घंटों टेलीफोन पर बैठनेवाले लोग अपना और दूसरों का बहुमूल्य समय खराब करते हैं। हमें ऐसा करने से स्वयं को रोकना चाहिए और कम-से-कम बात करके फोन का सही इस्तेमाल करना चाहिए।

निबंध नंबर :- 02

टेलीफोन

Telephone 

आज के जीवन में कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जिनके बिना रहा नहीं जा सकता। टेलीफोन भीएक ऐसी ही वस्तु है। सन 1877 में ग्राहमवेल ने इसका आविष्कार किया था। तब उसने शायद यह सोचा भी न होगा कि आगे चलकर इसका इतना प्रचार-प्रसार हो जाएगा कि इसके बिना जीवन की कल्पना करना भी असम्भव हो जाएगी। टेलीफोन समय, धन तथा श्रम की बचत करने का अनुपम साधन है। इसके माध्यम से घर बैठे ही अनेक काम हो जाते हैं। किसी मित्र से बात करनी हो, किसी को सन्देश देना हो, डॉ० बुलाना हो, पुलिस को चोरी की सूचना देनी हो, किसी को अवश्यक जानकारी प्राप्त करनी हो, सात समुन्द्र पार अपने मित्रों से कुछ कहना हो या आग बुझाने वाले दस्ते को बुलाना हो। टेलीफोन घुमाने पर सब कार्य हो जाते हैं। आज तो टेलीफोन व्यापार का एक महत्त्वपूर्ण माध्यम बन गया है। लाखों, करोड़ों रुपयों के सौदे, समझौते लेन-देन टेलीफोन के माध्यम से किया जाता है। आजकल तो देशविदेश के अनेक बड़े नगर सीधे ही टेलीफन से जुड़े हैं। इन नगरों में टेलीफोन बुक कराने की आवश्यकता नहीं बल्कि सीधे नम्बर घुमाकर ऐसे बात की जा सकती है जैसे बात करने वाला व्यक्ति आपके पास बैठा कमरे में ही बात कर रहा हो। कभी-कभी घर में फोन होना असुविधा का कारण भी बन जाता है। आस-पड़ोस के व्यक्ति बार-बार फोन करने आते हैं तथा उनके सन्देश आने पर उन्हें बार-बार बुलाना भी पड़ता है। पड़ोसियों द्वारा मुफत में किए गए टेलीफोन के कारण बिल भी बहुत आता है। ऐसी स्थिति में जिन लोगों के यहाँ फोन लगा है, वे बड़ी कठिनाई में पड़ जाते हैं कि इस झंझट से कैसे मुक्ति पाएं?

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