Polly Umrigar, पोली उमरीगर– Biography, Birth, Achievements, Records, Career Info, Age, Complete Essay, Biography, Paragraph in Hindi.

पोली उमरीगर

Polly Umrigar

 

जन्म : 28 मार्च, 1926 जन्मस्थान : शोलापुर (महाराष्ट्र)

पोली उमरीगर, जिनका वास्तविक नाम पहेलम रतनजी उमरीगर है, क्रिकेट की दुनिया में इसी नाम से जाने जाते हैं। वह क्रिकेट में ऑलराउंडर के रूप में असीम संभावनाओं वाले खिलाड़ी रहे। वह हर प्रकार की गेदों का सामना करने में सक्षम रहे और उन्होंने अत्यन्त अच्छे बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई।

पोली उमरीगर ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी रहे जो गेंदबाजी करते वक्त गेंद को आसानी से स्विंग करके दूर फेंक देते थे और पीछे की ओर भी आसानी से गेंद फेंकते थे। बल्लेबाज़ के रूप में भी वह बहुत अच्छे स्ट्राइकर रहे और आसानी से हर प्रकार की गेंदों का सामना किया। पोली उमरीगर ने अपना टैस्ट कैरियर 1948-49 में बम्बई में शुरू किया। उन्होंने पहला टेस्ट मैच वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध खेला।

पोली उमरीगर ने कुल 59 मैच खेले और 3631 रन बनाए जिसमें 12 शतक तथा 14 अर्धशतक शामिल हैं। यह रन उन्होंने 42.22 की औसत से बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 223 रन रहा, जो उन्होंने नवम्बर 1948 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के विरुद्ध बनाया। वह मीडियम पेसर खिलाड़ी रहे। उन्होंने 35 विकेट अपने ऑफ ब्रेक से लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 74 रन पर 6 विकेट रहा। उन्होंने 4208 रन बनाए।

पोली उमरीगर ने 8 बार भारतीय टीम की कप्तानी की, जिसमें 2 मैच में उनकी टीम ने विजय प्राप्त की तथा 2 मैच हारे और 4 मैच ड्रा रहे। यह आश्चर्य की बात कही जा सकती है कि उमरीगर जैसा सामर्थ्यवान खिलाड़ी इतनी कम बार कप्तान क्यों बनाया गया।

उमरीगर एक बेहद कुशल एवं बुद्धिमान कप्तान रहे और उन्होंने अपनी योग्यता एक बार नहीं, कई बार साबित की। उनकी नेतृत्व क्षमता एक उदाहरण है जब उन्होंने अपने इस गुण का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए दिल्ली मैच में मैच को अत्यन्त बेहतरीन स्थिति में ला दिया। यद्यपि पाकिस्तान के खिलाड़ी महमूद हुसैन के कुछ ख़ास निर्णय के कारण यह मैच ड्रा हो गया अन्यथा यह मैच भारत लगभग जीत ही चुका था। इस मैच के जीतने का श्रेय पोली उमरीगर को ही मिलता, यदि यह मैच ड्रा न हो जाता।

सुनील गावस्कर के क्रिकेट क्षेत्र में आने के पूर्व पोली उमरीगर ही सर्वश्रेष्ठ रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उमरीगर का रणजी मैचों में भी अति श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उन्होंने इसमें 4102 रन तथा 138 विकेट भी लिए। उन्होंने बम्बई टीम का नेतत्व भी किया। इन रणजी मैचों में उमरीगर ने टीम का नेतृत्व करते हुए लगातार 5 बार मैच जीते।

पोली उमरीगर ने वेस्टइंडीज़ की टीम के विरुद्ध सदैव अच्छा प्रदर्शन किया, चाहे वह मैच भारत में हो रहा हो या भारत के बाहर। एक बार वेस्टइंडीज़ में हो रहे मैच के दौरान उनके बेहतर प्रदर्शन के कारण ही उन्हें ‘पाम ट्री हिटर’ कह कर उनकी प्रशंसा की गई। वास्तव में इससे पूर्व 1952 में वह मैच खेलने इंग्लैंड गए थे, वहां उनका खेल बहुत शानदार रहा था। उसके फौरन बाद उनका वेस्टइंडीज़ दौरा शुरू हो गया था। वहाँ भी उनका प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा और उन्हें ‘पाम ट्री हिटर’ कह कर पुकारा गया।

पोली उमरीगर का अंतिम विदाई मैच 1961-62 में किंग्सटन में हुआ, जो एक इतिहास बन चुका है। यह उनके खेल का क्लाईमेक्स यानी पराकाष्ठा कही जा सकती है। यहाँ उन्होंने 56 तथा अविजित 172 रन बनाए। पहले ओवर में ठीक-ठाक गेंदबाजी के बाद दूसरी पारी में 16 ओवर में मात्र 17 रन दिए यद्यपि वहां वेस्टइंडीज़ 10 विकेट से जीत गई परन्तु इस मैच को पोली उमरीगर का प्रदर्शन मैच कह कर पुकारा गया। उस समय तक पोली उमरीगर को क्रिकेट टैस्ट मैच खेलते हुए एक दशक से भी अधिक हो चुका था।

पोली उमरीगर को 1962 में ‘पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने लगभग 10 कप्तानों के साथ क्रिकेट खेला लेकिन उनके अपने खेल पर कभी कोई उंगली या सवाल नहीं उठा। क्रिकेट खेलने से संन्यास लेने के पश्चात् भी उमरीगर ने भारतीय क्रिकेट से नाता बनाए रखा। वह क्रिकेट के चयनकर्ता रहे तथा भारतीय क्रिकेट टीम के टूर मैनेजर बनकर भारतीय क्रिकेट से वर्षों जुड़े रहे। 80 वर्ष की आयु में 7 नवम्बर, 2006 को उनका देहान्त हो गया।

उपलब्धियां :

  • पोली उमरीगर ने 59 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने 3631 रन बनाए।
  • क्रिकेट टैस्ट में उन्होंने 12 शतक व 14 अर्धशतक लगाए, जिनमें उनका औसत 22 रहा।
  • 1948 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के विरुद्ध उन्होंने सर्वाधिक 293 रन बनाए।
  • पोली उमरीगर ने 8 बार भारतीय टीम का नेतृत्व किया है उनके बेहतरीन खेल के कारण उन्हें ‘पाम ट्री हिटर’ के नाम से जाना गया  है।
  • 1962 में उन्हें ‘पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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