Hindi Essay, Paragraph on “Danto ki Dekhbhal”, “दाँतों की देखभाल”, Hindi Anuched, Nibandh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

दाँतों की देखभाल

Danto ki Dekhbhal

दाँत हमारे शरीर का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं। जीने के लिये हमें चाहिये भोजन, और भोजन करने के लिये दाँत जरूरी हैं। एक वयस्क व्यक्ति के मुंह में सामान्यत: 32 दाँत होते हैं। दाँत भोजन को काटने, पीसने एवं चबाने का काम करते हैं। वे भोजन में लार मिला देते हैं जो खाने को निगलने एवं पचान में सहायता करते हैं।

जन्म के समय बच्चों के दाँत नहीं होते। उस समय दाँतों की जरूरत भी नहीं होती क्योंकि छोटे बच्चे ठोस पदार्थ नहीं खाते। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है और उसके खाने में ठोस पदार्थों की वृद्धि होती है, उन्हें चबाने के लिये मुँह में दाँत आने प्रारम्भ हो जाते हैं।

हमें अपने दाँतों की अच्छी तरह देखभाल करनी चाहिये। अधिक मीठे और ठण्डे पदार्थ जैसे आईसक्रीम वगैरह बहुत ज्यादा नहीं खाने चाहिये। ठण्डे पेय पदार्थों एवं अधिक चाय-कॉफी से भी परहेज़ करना चाहिये क्योंकि ये भी हमारे दाँतों के लिये अच्छे नहीं हैं। बहुत सख्त फलों एवं मेवों को दाँत से नहीं तोड़ना चाहिये। ये हमारे दाँतों और मसूड़ों को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

हमें दिन में कम-से-कम दो बार ब्रश से दाँत जरूर साफ करने चाहिये, एक सुबह और एक रात को सोने से पहले। इससे सांसों में दुर्गन्ध नहीं आती और दाँत भी खराब होने से बचे रहते हैं। ऐसा न करने से दाँत में कीड़ा लगने का भय रहता है। दाँतों को किसी अच्छे ब्रश से साफ करना बहुत महत्त्वपूर्ण है। हमें वर्ष में कम-से-कम एक बार दाँतों के डाक्टर के पास जाकर पूरी जाँच करानी चाहिये।

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