Hindi Letter to Editor on “Hindi Bhasha ke Adhikadhik prayog ke sandharbh me” Letter for Class 9, 10, 12 and Graduation Examination.

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सेवा में,

श्रीयुत सम्पादक महोदय

‘जनसत्ता’

बहादुरशाह जफर मार्ग

नई दिल्ली-1100001

विषय : हिन्दी भाषा के अधिकाधिक प्रयोग के लिए पत्र

महोदय,

इस पत्र के माध्यम से आप सरकार तथा उनके अधिकारियों का ध्यान दिल्ली में विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यालयों में हिन्दी का प्रयोग कराने का कष्ट करें और अपने समाचार पत्र द्वारा समाज को हिन्दी-भाषा के अधिकाधिक प्रयोग के लिए प्रेरित करने का कष्ट करें।

भारत की संविधान में सभा ने 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी को स्वतंत्र भारत की राजभाषा घोषित करके गौरवान्वित किया था। भारत में अभी तक अंग्रेजी का मोह समाप्त नहीं हुआ है क्योंकि आज भी जिधर दृष्टि जाती है, अंग्रेजी का बोलबाला है। सरकारी विभागों द्वारा स्थान-स्थान पर लगाये गए सूचना-पट अंग्रेजी में लिखे मिलते हैं। सरकारी विभागों में हिन्दी की अशुद्धियाँ बहुत होती हैं। जिनमें हिन्दी के अशुद्ध शब्दों को देखकर हिन्दी प्रेमियों का मन आक्रोश से भर जाता है, इस प्रकार की अशुद्धियों से यह स्पष्ट हो जाता है कि देश में आज भी हिन्दी उपेक्षित है।

सरकारी विभागों में तथा समाज को प्रेरित करने के लिए अपने समाचार-पत्र द्वारा लोगों को जागरूक करने की कृपा करें।

प्रेषक

रामानंद भारद्वाज

117, कनाट प्लेस

दिनांक……………………..

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