Hindi Essay on “Meri Priya Adhyapika”, “मेरी प्रिय अध्यापिका”, Hindi Essay for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

मेरी प्रिय अध्यापिका

Meri Priya Adhyapika 

श्रीमती सरोज शर्मा हमारी विज्ञान की अध्यापिका हैं। सलवार कमीज उनके प्रिय वस्त्र हैं और आँखों पर चश्मा सजा है। उनकी लंबी काली चोटी है तथा उनकी चाल में तेजी है। उनमें आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा है।

श्रीमती सरोज सदा मुसकराती रहती हैं और आते-जाते बच्चों के सिर को प्यार से सहलाती हैं। विज्ञान के हर विषय के लिए वे नए-नए प्रयोग दिखाकर, तथ्य सिद्ध करती हैं। हमारी जिज्ञासा को सदा शांत करती हैं तथा अधिक प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। पुस्तक हो या उसके बाहर श्रीमती सरोज के

पास हर प्रश्न का उत्तर होता है। हम उन्हें शरारत से विज्ञान भंडार भी बुलाते हैं।

विज्ञान जैसे महत्त्वपूर्ण विषय को सहज खेल का रूप देकर उन्होंने हम सभी का पढ़ाई से भय समाप्त कर दिया है। अब मुझे विज्ञान की पुस्तक भी मुसकराती नजर आती है।

Read More  Hindi Story, Essay on “Maan ne Maan Mein Tera Mehman”, “मान न मान, मैं तेरा मेहमान ” Hindi Moral Story, Nibandh for Class 7, 8, 9, 10 and 12 students

Leave a Reply