Hindi Patra Lekhan “Apne Jeevan ke Sabse Romanchak Anubhav ka varnan karte hue apne mitra ko patra likhiye” Class 10 and 12.

अपने जीवन के सबसे रोमांचक अनुभव का वर्णन करते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।

परीक्षा भवन,

5 मार्च,

प्रिय राज,

तुम्हारा समाचार मिले काफी दिन हो गए। मैं आशा करता हूँ कि तुम वहाँ अच्छी तरह से होगे। तुम्हारा अध्ययन कैसा चल रहा है ? मैं तुम्हें बताना चाहता हूँ कि मैं एक मगरमच्छ को मार कर काल के ग्रास से निकला हूँ। मैं नीचे अपने जीवन के इस रोमांचक एवं अपूर्व अनुभव बता रहा हूँ।

कुछ मित्रों ने मुझे बताया था कि मेरे गाँव के निकट बहने वाली नदी में एक मगरमच्छ मेरे है। यह मगरमच्छ नदी में पानी पी रही एक भेड़ को निगल गया था। इसलिए इस गाँव के लोग पानी के लिए नदी तक जाने से डरते थे। अतः, इस मांसभक्षी मगरमच्छ को मारने का विचार किया गया।

मेरे मित्र और मैं एक नाव में सवार होकर इसे मारने निकले। हम लोगों ने अपने साथ भरी हुई बंदूकें रख लीं। जैसे ही हमारी नाव नदी में उतरी वैसे ही प्रचंड हवा बहनी शुरू हो गई। हम लोग मगरमच्छ की ताक में थे। हमारी नाव हवा के साथ धीरे-धीरे चल रही थी। उसी समय अचानक मगरमच्छ पानी से बाहर निकला। उसके थूथन को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था। हम लोग जानवरों को निकट से गोली मारने के लिए तैयार नहीं थे।

मेरे एक मित्र ने निशाना साधा और मगरमच्छ पर गोली दाग दी। किंतु दुर्भाग्य से उसका निशाना चूक गया। जानवर को गोली नहीं लगी। जानवर इस पर क्रुद्ध हो गया और सिसकराने लगा। वह अपने थूथन और पूँछ से हमारी नाव पर हमला करने लगा। नाविक ने बहुत साहस का परिचय दिया। उसने अपने चप्पू से जानवर पर प्रहार किया और उसे नाव के निकट आने नहीं दिया। प्रचंड हवा बहने के कारण हमारी नाव जल की सतह पर उछली। हम किंकर्तव्यविमूढ़ हो गए और समझ नहीं पाए कि क्या करना चाहिए। मगरमच्छ बार-बार नाव पर हमला करता रहा। किंतु ईश्वर की कृपा से नाव पानी में चलती रही।

इसी बीच मेरे एक मित्र ने, जो बहुत अच्छा निशानेबाज है, मगरमच्छ पर गोली दागी। गोली उसके तालु में लगी जिससे वह तत्काल मर गया। मरा हुआ जानवर पहले जल में डूब गया। किंतु उसका शरीर कुछ ही मिनट के बाद बाहर आ गया और जल की सतह पर लकड़ी के लट्ठे की तरह तैरने लगा ।

प्रचंड हवा शांत हो गयी। अब नाव के डूबने का खतरा नहीं था। हमने जाल फेंका और नदी के तट तक जानवर को खींचकर लाया। गाँव के लोग नदी के तट पर उस जानवर की एक झलक देखने के लिए जमा हो गए जिसने उनके अन्दर भय पैदा किया हुआ था। उन लोगों ने जानवर को मारने में सफलता प्राप्त करने के लिए और खतरे से उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए हमें धन्यवाद दिया।

यह मेरे जीवन का सबसे रोमांचक अनुभव था।

तुमसे भी कुछ ऐसा ही सुनने की आशा में।

तुम्हारा सच्चा मित्र,

(क)

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