Hindi Essay on “Shareer aur Rog”, “शरीर और रोग ”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

शरीर और रोग 

Shareer aur Rog

हमारा शरीर एक ऐसी मशीन है जिसे पूरे जीवन में किसी भी समय आराम नहीं मिलता। अत: रोग इसे सदा घेरे रहते हैं। किसी-न-किसी हिस्से में कोई-न-कोई खराबी आ जाती है। परंतु कुछ सरल उपाय हैं जिनसे हम रोग दूर भगा सकते हैं।

हमें भोजन पर सबसे अधिक ध्यान देना चाहिए। यही हमारे शरीर को ईंधन देता है और यहीं इसमें रुकावट भी बन सकता है। पौष्टिक भोजन जैसे दूध, दही, माँस, हरी सब्जी, अनाज सही मात्रा में हमें स्वस्थ रखते हैं। अधिक खाने से भी मनुष्य मोटा और फिर रोगी हो जाता है।

खेल और व्यायाम हमारे शरीर को चुस्त और फुर्तीला रखते हैं। यह हमारे शरीर के हिस्सों में जंग नहीं लगने देते।

सही समय पर सोना-उठना, नहाना व स्वच्छता का ध्यान रखना, भोजन खाते-पकाते समय हाथों की सफ़ाई, अच्छे स्वास्थ्य की ओर पहुँचाते हैं।

इन सब नियमों से ही हम शरीर को निरोगी रख सकते हैं।

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