मैं गाय हूँ
Main Gaye Hoon
मैं एक गाय हूँ। मैं दूध देकर सबका पोषण करती हैं, इसलिए मुझे गऊ माता भी कहा जाता है।
श्री कृष्ण मेरा बहुत ध्यान रखते थे। वे मेरा पूजन करते थे और फिर मेरे दूध का प्रसाद सबको बाँटते थे। वे अपने ग्वाल मित्रों के साथ मुझे जंगल में चराने ले जाते थे। उनके युग में मुझे सबसे अधिक आदर और सम्मान मिला था।
आज के युग में शहरी लोग मुझे पूरा भोजन भी नहीं देते और सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं। गाड़ियों के बीच से अपनी जान बचाती मैं कूड़े से अपना पेट भरती हूँ। मुझ पर सड़क दुर्घटनाओं का आरोप भी लगा दिया जाता है।
दध से ही आपकी मेज पर दही, मक्खन, पनीर, आइसक्रीम आदि आते हैं। मेरे बिना आपके जीवन से पोषण का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत चला जाएगा। इसलिए मेरा ध्यान रखिए और मुझे जीवन दान दीजिए।