Text Books ki kami ki samasya hone par sampadak ko patra,”पाठ्य-पुस्तकों की कमी की समस्या होने पर संपादक को पत्र”

पढ़ाई का सत्र प्रारंभ हो चुका है किन्तु बाजार में पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध नहीं है। इस समस्या को उठाते हुए किसी दैनिक पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।

 

सेवा में

संपादक महोदय

दैनिक जागरण

कानपुर

 

विषय- पाठ्य-पुस्तकों की समस्या

महोदय

निवेदन है कि मैं सभी छात्रों की पाठ्य-पुस्तक संबंधी समस्या सरकारी अधिकारियों तक पहुँचाना चाहता हूँ। कृपया इसे छापकर सहयोग करें।

विद्यालय का नया सत्र आरंभ हुए एक सप्ताह बीत चुका है। विद्यालयों में पढ़ाई आरंभ हो चुकी है। अध्यापकों ने छात्रों को पाठ्य-पुस्तक न लाने के लिए दंडित करना आरंभ कर दिया है। परंतु बाजार में पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं। यह शिक्षा विभाग की भयंकर लापरवाही है जिसके कारण बच्चे और अध्यापक परेशान हैं। कुछ प्राइवेट प्रकाशकों ने कालाबाजारी का धंधा भी शुरू कर दिया है। इस मामले में कुछ घपला प्रतीत होता है। जरूरत है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी सचेत हो जाएँ वरना छात्रों और अभिभावकों का गुस्सा फूट सकता है।

भवदीय

सेवकराम

123, प्रगति नगर

कानपुर

दिनांक :13.4.2014

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