पानी और तेल की मिलावट
Tincture of Water and Oil
कछ वस्तएँ आपस में कभी नहीं मिलता। अब पाना आरतल का उदाहरण ही लीजिएमाले कितनी ही कोशिश की जाये, परन्तु ये आपस में कभी नहीं मिलते। आइए. इस मनोरंजक प्रयोग की मदद से पानी और तेल के बीच मित्रता कराते हैं व जानते हैं कि कैसे इस मित्रता से आपके बर्तन साफ होते है?
आवश्यक सामग्री: पेय पदार्थ की छोटी बोतल, पानी, खाद्य रंग, 2 चम्मच खाना पकाने का तेल, बर्तन धोने.. का साबुन।
प्रयोग की विधिः
- खाद्य रंग की कुछ बूंद पानी में मिलायें।
- 2. छोटी बोतल में 2 चम्मच रंगीन पानी व 2 चम्मच तेल डालें।
- बोतल के ढक्कन को कसकर बन्द करें और बोतल को जोर से हिलायें।
- अब बोतल को वापस रखें और देखें। आपको लगेगा कि पानी और तेल आपस में मिल रहे हैं, पर कुछ देर में ही तेल वापस पानी की सतह पर तैरने लगेगा।
अवलोकन: पानी अन्य कई द्रव्यों के साथ मिलकर विलयन बनाता है, पर तेल के साथ मिल नहीं पाता। पानी के अणु एक-दूसरे से सशक्त तरीके से आकर्षित हैं। इसी तरह तेल के अणु भी आकर्षित हैं। क्योंकि ये अपने खुद के अणुओं से इतने आकर्षित हैं, इसलिए ये एक-दूसरे से मिल नहीं पाते। ये अलग रहते हैं और तेल पानी की सतह पर तैरता है, क्योंकि उसका घनत्व पानी की तुलना में कम है। अगर आप सोचते हैं कि तेल और पानी कभी साथ रह सकते हैं, तो उसमें साबुन का घोल मिलायें। साबुन पानी और तेल दोनों से आकर्षित है और ये सभी मिलकर इमल्शन बनाते हैं। जब भी आप तैलीय बर्तन धोते हैं, तब यह सिद्धान्त आपके काम आता है।