स्कूल की आधी छुट्टी
Recess Period of the School
विद्यालय का मध्यावकाश विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है । तीन-चार घंटे की पढ़ाई से उकताया हुआ मन हल्का-फुल्का होने के लिए आतुर हो उठता है । इसलिए टिफिन की घंटी बजते ही विद्यार्थी खुश होकर उछल-कूद करने लगते हैं । अनुशासित वातावरण थोड़ा सा अराजक हो उठता है । बच्चे विद्यालय में इधर-उधर घूमने लगते हैं । वे आपस में पुस्तकों और कॉपियों का आदान-प्रदान करते हैं । मध्यावकाश में सबसे मुख्य हैपेट-पूजा । रोटी, पराठा, अचार, सब्जी, हलवा आदि खाकर शरीर में जान आ जाती है । जिसके पास जो है, चटपट खाकर तरो-ताजा हो जाता है । टीचर्स रूम में अध्यापक-गण भी हल्का नाश्ता कर अपनी भूख मिटाते हैं । मध्यावकाश एक-दूसरे से मिलकर हाल-समाचार पूछने का भी सुनहरा अवसर प्रदान करता है । विद्यार्थी इस अवसर का लाभ उठाकर विद्यालय से संबंधित अपने निजी कार्य निबटाते हैं । मध्यावकाश की अवधि समाप्त होने पर व तरो-ताजा होकर फिर से पढ़ाई में अपना मन लगाते हैं।