Hindi Essay, Paragraph on “Bhavishya Yojana ”, “भविष्य योजना”, Hindi Anuched, Nibandh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

भविष्य योजना

Bhavishya Yojana 

 

उद्देश्यपूर्ण जीवन ही एक सफल जीवन होता है और जीवन में सफल होने के लिए एक भविष्य-योजना अथवा लक्ष्य या उद्देश्य का होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि उद्देश्यहीन जीवन कोई जीवन नहीं होता। जिस आदमी का कोई उद्देश्य नहीं होता, वह पतवार रहित जहाज़ अथवा वाष्परहित इंजन के समान है।

एक बच्चा ही कल का नागरिक है। अत: भविष्य के लिए एक सही लक्ष्य का चुनाव करना बहुत आवश्यक है, क्योंकि लक्ष्य का सही चुनाव ही जीवन में सफलता की कुंजी है। बिना किसी भविष्य-योजना अथवा लक्ष्य के हमारे जीवन का कोई महत्व नहीं है।

अपनी भविष्य-योजना के लिए हमें हमारे शिक्षक, माताविद्वानों की राय लेना अत्यंत आवश्यक है। प्रत्येक व्यक्ति चाहे व हो या अमीर, जवान हो या वृद्ध, विद्वान हो या मूर्ख अपने भविष्य बेहतर बनाने के लिए स्वप्न देख सकता है। कोई नेता बनना चाहता तो कोई पायलट और कोई इंजीनियर या डॉक्टर बनना चाहता है। यह चनाव व्यक्तिगत रूप से हमें ही करना होता है कि हमें अपने जीवन में क्या बनना है।

जैसे, यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको इंटरमीडित जीव-विज्ञान से उत्तीर्ण करना होगा। तत्पश्चात् एम.बी.बी.एस. करने के लिए सी.पी.एम.टी. की प्रवेश परीक्षा देनी होगी। उसमें उत्तीर्ण होने के बाद एम.बी.बी.एस की 5 वर्ष की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देनी होगी तभी आपका डॉक्टर बनने का स्वप्न पूरा होगा। डॉक्टर का पेशा एक समाज-सेवा का पेशा है। एक डॉक्टर अपने मरीज को अपना समय, ऊर्जा और धीरज-सब कुछ देता है। मरीज को स्वस्थ करना ही एक डॉक्टर के जीवन का उद्देश्य होता है। कोई व्यक्ति एक आदर्श डॉक्टर तभी बन सकता है जब वह गरीब और बेसहारा बीमार लोगों की सेवा में अपनी योग्यता एवं कुशलता का परिचय देता है। एक डॉक्टर को अपने मरीज़ से सदैव अच्छा व्यवहार करना चाहिए। यदि कोई मरीज़ गरीब या ज़रूरतमंद है तो उसे मुफ्त में दवा देनी चाहिए अथवा उससे फीस नहीं लेनी चाहिए।

कोई भी पेशा हो, ईमानदारी और सेवा-भावना प्रमुख है। यदि कोई व्यक्ति या विद्यार्थी अपना लक्ष्य अथवा भविष्य-योजना ईमानदारी से चुनता है, तो वह अवश्य सफल होता है। जीवन में सफल होने के लिए ईमानदारी बहुत आवश्यक है।

यदि कोई भी मनुष्य ईमानदारी से अपना कर्तव्य करता है, तो वह अपने जीवन में अवश्य सफल होता है। जीवन में एक भविष्य-योजना अथवा लक्ष्य होना उतना ही आवश्यक है, जितना जीने के लिए साँस भोजन करना आवश्यक है। जीवन में लगन एवं परिश्रम से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। हमें हमारी भविष्य-योजना सदैव अपनी रूचि के अनुकूल निर्धारित करनी चाहिए, किसी के दबाव में नहीं भी हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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