Hindi Essay on “Meri Maa”, “मेरी माँ”, for Class 10, Class 12 ,B.A Students and Competitive Examinations.

मेरी माँ

Meri Maa

निबंध नंबर :- 01

मेरा नाम वरुण है। और मेरी माँ का नाम सुमन शर्मा है। वह कानपुर में पैदा हुई थी। उनके पिता और मेरे नाना का नाम रामकुमार है। मेरी माँ की आयु 30 साल है। वह बहुत सुंदर है। उनकी दो बहनें तथा एक भाई है। मेरी माँ एक गृहणी है।

मेरी माँ बहुत अच्छी है वह हमेशा हमारे पूरे परिवार का ध्यान रखती हैं। वह सुबह से ही काम में लग जाती है। वह प्रात: छः बजे उठती हैं उसके बाद नहाकर पूजा करने बैठ जाती हैं। फिर मुझे उठाकर विद्यालय जाने के लिए तैयार करती है तथा मेरे लिए नाश्ता तैयार करती हैं। जब मैं स्कूल से आता हूँ तो वह मेरे विद्यालय के कार्य में भी सहायता करती हैं। वह मुझे बड़े प्यार से पढ़ाती हैं। अगर मैं कोई गलती करता हूँ तो वह मुझे डाँटती भी हैं। वह बहुत सीधी तथा सरल हैं। वह कभी भी किसी का बुरा नहीं सोचती। वह मेरे पिताजी, मेरे दादाजी, दादीजी सभी का बहुत ख्याल रखती हैं। रात को सोते समय वह मुझे रोज कहानी सुनाती हैं। तथा मुझे अच्छी शिक्षा देती हैं। वह बहुत ही चुस्त है तथा घर का सारा काम बहुत चुस्ती   करती हैं। वह मेरो सेहत का पूरा ख्याल रखती हैं। तथा मेरो रुचि का ही भोजन बनाती हैं। वह बहुत अच्छी है तथा मुझे बहुत बार करती हैं। मैं भी अपनी माँ  से बहुत प्यार करता है तथा उनकी सारी बातें मानता हूँ।

 

निबंध नंबर :- 02

मेरी माँ

Meri Maa

मेरी मां एक गृहिणी हैं। वह बहुत मेहनती महिला हैं। वह बहुत काम करती हैं और सदैव व्यस्त रहती हैं। वह बहुत उत्साही स्वभाव की हैं। माँ घर में सबसे पहले उठती हैं और सबसे बाद में बिस्तर पर जाती हैं।

माँ कपड़े धोती हैं, खाना पकाती हैं और गृहकार्य में भी हमारी मदद करती हैं। कई बार सांझ को वह हमें बहुत अच्छी-अच्छी कहानियाँ सुनाती हैं। अधिकतर कहानियाँ देशभक्ति और भारत के स्वतन्त्रता संग्राम से सम्बन्धित होती हैं। बहुत-सी कथायें धार्मिक पुस्तकों से भी होती हैं।

वह बहुत अच्छा गाती हैं। उन्होंने अपने स्कूल एवं कॉलेज के दिनों में बहुत-से पुरस्कार जीते थे। मुझे उनका गाना सुनने में बहुत रस आता है.

वह स्वस्थ, सुन्दर एवं हंसमुख महिला हैं। उनके चेहरे पर सदैव मस्कान रहती है। वह कभी किसी से कोई शिकायत नहीं करतीं।

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