ग्लोबल वार्मिंग के खतरे
Global Warming ke Khatre
आज विश्वभर में ग्लोबल वार्मिंग पर बहस चल रही है। पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। इससे ग्लेशियर (हिमनद) व हिमखंड (आइसबर्ग) पिघल रहे हैं और प्रतिदिन समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है। समुद्र का जलस्तर बढ़ने से समुद्र के किनारे बसे शहर के शहर जलमग्न हो रहे हैं। अगर इसी प्रकार पृथ्वी का तापमान बढ़ता रहा और हिमखंड पिघलते रहे तो एक दिन अवश्य पूरी पृथ्वी जलमग्न हो जाएगी। ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण ग्रीन हाउस गैसों में बढ़ोत्तरी है। ग्रीन हाउस गैसों में बढ़ोतरी के लिए प्रमुख रूप से अमेरिका और अन्य यूरोपीय देश उत्तरदायी हैं। इस मुददे पर प्रत्येक वर्ष सम्मेलन होते हैं, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकलता, क्योंकि अमेरिका और अन्य यूरोपीय देश अपनी ग्रीन हाउस गैसों में कमी करने पर सहमत नहीं हो पाते। चूँकि ये शक्तिशाली देश हैं इसलिए उन पर कोई दबाव भी नहीं बना पाता कि उन्हें ऐसा करना ही होगा। इसलिए यह ग्लोबल वार्मिग निरंतर बढ़ ही रही है। आज इससे होने वाले खतरे से सभी चिंतित हैं क्योंकि इससे पूरे विश्व को खतरा है। इसलिए जितनी शीघ्र इस पर नियंत्रण कर लिया जाएगा, पूरी दुनिया के लिए उतना ही बेहतर होगा।