ऐतिहासिक स्थान की यात्रा
Etihasik Sthan ki Yatra
निबंध नंबर :- 01
यह बात पिछली गर्मियों की है। मुझे मेरे एक पत्र मित्र का पत्र प्राप्त हुआ जिसमें मुझे कुछ दिन उसके साथ आगरा में बिताने का निमन्त्रण दिया गया था। यह निमन्त्रण पाकर मैं बहुत प्रसन्न हुआ। किसी महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थान को देखने का मुझे अवसर मिल रहा था। मैंने अपने पिता से बात की तो उन्होंने खुशी-खुशी मुझे आगरा जाने की अनुमति दे दी। मैं रेल द्वारा आगरा पहुँचा। मेरा मित्र मुझे स्टेशन पर लेने आया हुआ था। वह मुझे अपने घर लिवा ले गया। यह मात्र संयोग की बात थी या फिर मेरा सौभाग्य कि उस दिन पूर्णिमा थी और कहते हैं पूर्णिमा की चाँदनी में ताजमहल को देखने का आनंद ही कुछ और होता है। रात के लगभग नौ बजे हम घर से निकले। दूर से ही ताजमहल के मीनारों और गुंबदों का दृश्य दिखाई दे रहा था। हमने प्रवेश द्वार से टिकट खरीदे और अपनी बारी की प्रतीक्षा करने लगे। भारत सरकार ने ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए कई उपाय किये हैं जिन में यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करना भी एक है। ताजमहल के चारों ओर लाल पत्थर की दीवारें हैं जिसमें एक बहुत बड़ा और सुंदर उद्यान है जिस की सजावट और हरियाली देख कर मन मोहित हो उठता है। हमने ताजमहल परिसर में जब प्रवेश किया तो देखा कि अन्दर देशी कम विदेशी पर्यटक अधिक थे। ताजमहल तक जाने के लिए सब से पहले एक बहुत ऊँचे और सुंदर द्वार से होकर जाना पड़ता है। ताजमहल उद्यान के एक ऊँचे चबूतरे पर बनाया गया है जो सफेद संगमरमर का बना है। इसका गुंबद बहुत ऊँचा है उस के चारों ओर बड़ी-बड़ी मीनारें हैं। ताजमहल के पश्चिम की ओर यमुना नदी बहती है। यमुना जल में ताज की परछाई बहुत सुंदर और मोहक लग रही थी। हम ने ताजमहल के भीतर प्रवेश किया। सबसे नीचे के भवन में मुग़ल सम्राट् शाहजहां और उस की पत्नी और प्रेमिका मुमताज महल की कब्रे हैं। उन पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ है और बहुत से रंग-बिरंगे बेलबूटे बने हुए हैं। इस कमरे के ठीक ऊपर एक ऐसा ही भाग है। सौंदर्य की दृष्टि से भी उसका विशेष महत्त्व है। कहते हैं इस में बनी संगमरमर की जाली की जगह पहले सोने की बनी जाली थी जिसे औरंगजेब ने हटवा दिया था। कहते हैं कि ताजमहल के निर्माण में बीस वर्ष लगे थे और उस युग में तीस लाख रुपए खर्च हुए थे। इसे बनाने में तीस हजार मजदूरों ने योगदान किया था। यह स्मारक बादशाह ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था। आज इसे संसार का आठवां अजूबा भी कहा जाता है। दुनिया भर से हर वर्ष लाखों लोग इसे देखने के लिए आते हैं। आज ताजमहल भी प्रदूषण का शिकार हो रहा है इसे बचाने के हर सम्भव उपाय किये जाने चाहिए। इसे देखकर हमारे मन में यह भाव जागृत होते हैं। कि सच्चा प्रेम सदा अमर रहता है। जी न करते हुए भी हमें वहाँ से लौटकर वापस घर आना पड़ा।
निबंध नंबर :- 02
किसी ऐतिहासिक स्थान की यात्रा
Kisi Etihasik Sthan ki Yatra
मेरा एक मित्र आगरा में रहता है। उसने मुझे गर्मियों की छुट्टियों में आगरा आने का निमन्त्रण दे रखा था। निमन्त्रण पाकर मैं भी अति प्रसन्न था। किसी ऐतिहासिक स्थान को देखने का अवसर मिल रहा था। मेरे पिता जी ने भी प्रसन्नता से मुझे आगरा जाने की अनुमति दे दी। मैं रेल द्वारा आगरा गया। मेरा मित्र स्टेशन पर मुझे लेने आया हुआ था। वह मुझे अपने घर ले गया। पूर्णिमा का दिन था। पूर्णिमा की चाँदनी रात को लगभग 10 बजे हम घर से निकले। हमने प्रवेश द्वार पर टिकट खरीदे और प्रवेश करने की इन्तजार करने लगे। भारत सरकार ने ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए कई उपया किए हैं। ताजमहल के चारों ओर लाल पत्थरों की ऊँची-ऊँची दीवारें हैं जिसमें एक बहुत सुन्दर और बड़ा उद्यान है। उद्यान की सजावट और हरियाली को देखकर मन मोहित हो उठता है। जब हमने ताजमहल में प्रवेश किया तो देखा कि अन्दर विदेशी पर्यटकों की संख्या अधिक है। ताजमहल उद्यान के एक ऊँचे चबूतरे पर बनाया गया है जो सफेद संगमरमर का बना है। इसका गुम्बद बहुत ऊँचा है। ताजमहल के पश्चिम में यमुना नदी बहती है। यमुना जल में ताज की परछाईं बहुत सुन्दर व मोहक लग रह थी। हमने ताजमहल में प्रवेश किया। सबके नीचे के भवन में मुगल सम्राट शाहजहाँ और उसकी पत्नी और प्रेमिका मुमताज महल की कब्रे हैं। सौन्दर्य की दृष्टि से इतना विशेष महत्त्व है। ताजमहल के निर्माण में लगभग 20 वर्ष लगे थे और उस युग में तीस लाख रुपए खर्च हुए थे। इसे बनाने में तीस हजार मजदूरों ने योगदान किया था। यह स्मारक बादशाह ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था। आज इसेसंसार का आठवां अजूबा भी कहा जाता है। दुनिया भर से लाखों लोग हर वर्ष इसे देखने के लिए आते हैं। आज ताजमहल बी प्रदूषण का शिकार हो रहा है। इसे बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाने चाहिए।
Not that much good it is but it’s ok