अवसरों के सदुपयोग
Avsaro ka Sadupyog
कई लोग असाधारण अवसर की बाट जोहा करते हैं। साधारण अवसर उनकी दृष्टि में उपयोगी नहीं रहते। परंतु वास्तव में कोई अवसर छोटा-बड़ा नहीं है। छोटे-से-छोटे अवसर का उपयोग करने से, अपनी बुद्धि को उसी में भिड़ा देने से, वही छोटा अवसर बड़ा हो जाता है। सर्वोतुम मनुष्य वे नहीं हैं, जो अवसरों की बाट देखते रहते हैं, परंतु वे हैं जो अवसर को अपना दास बना लेते हैं। हमारे सामने हमेशा ही अवसर उपस्थित होते रहते हैं। यदि हममें इच्छा-शक्ति है, काम करने की ताकत है, तब तो हम स्वयं ही उनसे लाभ उठा सकते हैं। अवसर न मिलने की शिकायत कमजोर मनुष्य ही करते हैं। जीवन अवसरों की एक धारा है। स्कूल, कॉलेज का प्रत्येक पाठ, परीक्षा का समय, कठिनाई का प्रत्येक पल, सदुपदेश का प्रत्येक क्षण एक अवसर है। इन अवसरों से हम नम्र हो सकते हैं, ईमानदार हो सकते हैं, मित्र बना सकते हैं, उत्तरदायित्वों का मूल्य समझ सकते हैं और इस प्रकार उच्च मनुष्यता प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे अनेक लोग हैं जो अवसर को पकड़कर करोड़पति हो गए। परंतु अवसरों का क्षेत्र यहाँ समाप्त नहीं हो जाता। अवसर का उपयोग करके हम इंजीनियर, डॉक्टर, कला-विशारद, कवि और विद्वान भी बन सकते हैं। यद्यपि अवसरों के उपयोग से धन कमाना अच्छा काम है, परन्तु धन से भी कहीं श्रेष्ठ कार्य सामने है। धन ही जीवन के प्रयत्नों का अंत नहीं है। जीवन लक्ष्य की सीमा नहीं है। अवसरों के सदुपयोग से हम सर्वदृष्टि से महत्वपूर्ण इंसान बन सकते हैं।