Chunav Ka Din “चुनाव का दिन” Essay in Hindi, Best Essay, Paragraph, Nibandh for Class 8, 9, 10, 12 Students.

चुनाव का दिन

Chunav Ka Din

चुनाव का दिन हलचल और हबड़-तबड का दिन होता है। सुबह से ही राजनीतिक दलों के नेता, समर्थक और कार्यकता गलियों में फेरी लगाना शुरू कर देते हैं। वे घर-घर जाकर अपने वोटरों को वोट देने के लिए प्रेरित करते हैं। मतदान केंद्र का दृश्य उत्सव जैसा होता है। मतदान केंद्र के 100मीटर दूर कई पंडाल लगे रहते हैं। उन पर बैनर सजे होते हैं। सबके भीतर कुछ उत्साही कार्यकता बैठे रहते हैं जो वोटरों को जरूरी पर्चियाँ देते हैं, जिन पर उनका वोटर नं. लिखा रहता है। एक-एक वोटर को सभी पंडाल एसे देखते है मानो उनका ‘दाता’ सामने-से जा रहा हो। मतदान केंद्र के अंदर लंबी लाइनें लगी रहती है। नंबर आने पर चुनाव-आधकारी हस्ताक्षर करवाते हैं, अंगुली पर अमिट स्याही लगाते हैं तथा इलैक्ट्रोनिक मशीन का बटन दबाने के लिए कहते है। चुनाव वाले दिन सुबह से शाम तक राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता बड़े उत्साह से मतदान पूरा कराते हैं। वे एकदूसरे पर नजर भी रखते हैं और सद्भावना भी बनाए रखते हैं।

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