Bheed Bhari Bus Ke Anubhav “भीड़ भरी बस के अनुभव” Hindi Essay 150 Words, Best Essay, Paragraph, Anuched for Class 8, 9, 10, 12 Students.

भीड़ भरी बस के अनुभव

Bheed Bhari Bus Ke Anubhav

पिछले रविवार हम अपनी मौसी के घर द्वारका जाने के लिए तैयार हुए। हम सुन्दर विहार बस स्टैण्ड पर खड़े थे तभी वहाँ एक बस आई जो कि मंगला पुरी जा रही थी। हम सब उस बस में चढ़ गए। हम थोड़ी ही दूर चले थे कि अचानक बस में कुछ खराबी हो गई। बस चालक ने सूचित किया कि बस आगे नहीं जाएगी। हम सब उस बस से उतरे और दूसरी बस में चढ गए जो पहले से ही भरी हुई थी। हमें पूरे रास्ते धक्के लगते रहे और ठीक से खड़े भी नहीं हो पाए। उस दिन हमने तौबा की कि खाली बस में ही चढ़ेंगे।

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