उमाशंकर जोशी
Umashankar Joshi
जन्म: 21 जुलाई 1911, बामनाई (गुजरात)
मृत्यु: 19 दिसंबर 1988, मुंबई
- उमाशंकर जोशी का बचपन अपने गाँव में ही बीता।
- ईडर जिले में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद सन् 1927 में मैट्रिक के लिए अहमदाबाद आ गए।
- गुजरात कालेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की। स्कूल के दिनों से ही उनको साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने का बहुत शौक था। अच्छी कविताओं के प्रति उनका विशेष आकर्षण था।
- सन् 1930 में कालेज की पढ़ाई छोड़कर स्वतंत्रता संग्राम में सम्मिलित हो गए। सन् 1934 में उन्होंने एलिफिंस्टन कालेज में प्रवेश लिया। बी.ए. करने के बाद संस्कृत और गुजराती में एम.ए. किया।
- कुछ समय तक हाई स्कूल में अध्यापन कर चुके थे। एम.ए. करने के बाद सिडनहम कालेज में व्याख्याता हो गए। सन् 1948 में गुजरात विद्यासभा के शोध विभाग में रहे और फिर वहीं प्राध्यापक हो गए।
- साबरमती जेल में रहने के दौरान उनके मन में काव्य-रचना के संस्कारों ने जन्म लिया। सन् 1931 में उन्होंने काका कालेलकर के विद्यापीठ में पहली कविता ‘विश्वशांति’ लिखी। उनका पहला कहानी संग्रह ‘क्षावणी मेलो’ सन् 1939 में और काव्य संग्रह निशीथ’ प्रकाशित हुआ।
- गुजराती भाषा में लिखे उनके अनेक काव्य संग्रह, नाटक, उपन्यास, निबंध, आलोचना आदि प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने ‘शांकुतलम्’ और ‘उत्तर-रामचरितम्’ का गुजराती में अनुवाद भी किया। वह गुजराती साहित्य परिषद् के साहित्य विभाग के अध्यक्ष, गुजरात और विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति और साहित्य अकादमी के अध्यक्ष रहे।
- भारतीय शिष्टमण्डल के सदस्य के रूप में अनेक देशों की यात्राएं कीं ।
- उनको साहित्य अकादमी, ज्ञानपीठ जैसे कई साहित्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया ।
- 20 दिसंबर, 1988 को उनका निधन हो गया ।